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एक ग्लास पानी या एक राष्ट्र एक वोट?
संसद और राज्य विधानसभा में एक साथ चुनाव का विचार नया नहीं है। भारत एक विविधता से भरा पूरा राष्ट्र है। यहाँ भाषा, जाति, भोजन आदते, पहनावा में बहुत भारी विविधिता देखने को मिलती है। एक राष्ट्र एक चुनाव के...
View Articleवक्त पर किया तो ठीक वरना पृथ्वी डिलीट
जनसंख्या विस्फोट आज मानवता के सामने बहुत बड़ी चुनौती साबित हो रही है! अपने फायदे हेतु मानव प्रकृति का विनाश करने पर उतारू है ! संरक्षण है जरूरी हमे यह बात याद रखने की आवश्यकता है कि आज क्या हम संरक्षित...
View Articleकोरोना एक जरिया - कीमत चुकाती मानव सभ्यता
मानव सभ्यता प्रकृति और वन्य जीवन को जिस प्रकार से हानि पहुंचा रही हे शायद उसी का हिसाब कोविद-19 ले रहा हैं | एंडरसन (UN Environment Chief) के अनुसार मानवता प्राकृतिक दुनिया पर हानिकारक परिणामों के साथ...
View Articleकोरोना लॉक डाउन और भूख से मरते पक्षी
नवभारत टाइम्स अखबार ने 8 अप्रैल 2020 को एक खबर छापी जिसमे उहोने बताया कि कन्से लॉक डाउन में लोगो ने पक्षियों को दाना डालना कम कर दिया है जिसके कारण बहुत से कबूतर मरने लगे है। कृपया अपना धरती पर सबसे...
View Articleमधुमक्खी और वातावरण खतरे में है
आज राज्य सरकर, केंद्र सरकार और समाज सेवी संस्थाएं हरित क्षेत्र बढ़ाने ने लिए बहुत सारे प्रयास कर रहे हैं। फिर भी बहुत ज्यादा सफलता प्राप्त होती नहीं दिखाई देती। इसकी प्रमुख वजह है लोगों में विशेषकर नई...
View Articleबच्चे चुनौतियों का जवाब दे सकते हैं - द समझ एन.जी.ओ.
द समझ (The Samajh) द्वारा 8 दिसम्बर 2021 को एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का केंद्र था किसान और पर्यावरण। प्रतियोगिता का विषय रखा गया था 1. हम किसान की मदद कैंसे कर सकते है...
View Articleशाखा से गिर कर भी पत्ते उर्जा प्रदान करते है – द समझ (The Samajh NGO)
आज अक्सर देखा जाता है कि हमारे घरों के पास के पार्कों में पतझड़ में कई पत्ते टूट कर इधर-उधर बिखर जाते हैं, मानो किसी बच्चे ने शरारत के इरादे से ऐसा किया हो। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है, क्योंकि उसके बाद...
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